बेरूत, बेरूत में इजरायली हवाई हमले में मारे गए हिजबुल्लाह प्रमुख की मौत पर अमेरिका के राष्ट्रपति का बयान सामने आया है। बाइडन ने इजरायल की बेरूत में की गई बमबारी का समर्थन किया है। व्हाइट हाउस की तरफ से जारी किए गए बयान में बाइडेन ने कहा कि हसन नसरल्लाह और उसके संगठन हिजबुल्लाह ने मिलकर हजारों अमेरिकी लोगों की हत्या की है। इजरायली हवाई हमलों में उसकी मृत्यु, उसके द्वारा सताए गए उन हजारों पीड़ित लोगों के लिए न्याय के एक उपाय के रूप में है। हिजबुल्लाह और हसन नसरल्लाह के पीड़ितों में केवल अमेरिकी ही नहीं बल्की इजरायली और लेबनानी नागरिक भी शामिल है। उसकी मौत इन सबके लिए न्याय है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने बयान में कहा कि इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत पिछले साल 7 अक्तूबर से हुई। हमास का इजरायल के अंदर घुसकर नरसंहार करना भीषण आतंकी घटना थी। उस घटना के बाद जब इजरायल ने हमास पर हमला किया तो नसरल्लाह ने हमास से हाथ मिलाकर इजरायल पर हमला करना शुरू कर दिया। हिजबुल्लाह के लिए यह सबसे घातक गलती थी। इजरायल को दो तरफा युद्ध में झोंकने की उसकी रणनीति उसी के ऊपर हावी हो गई।
हिजबुल्लाह की तरफ से शनिवार की शाम नसरल्लाह की मौत की पुष्टि कर दी गई थी, जिसके बाद राष्ट्रपति बाइडन की तरफ से यह बयान जारी किया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने मध्यपूर्व में चल रहे इस संघर्ष में इजरायल को लेकर अपने समर्थन को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका हिजबुल्लाह, हमास, हूती या किसी अन्य ईरान समर्थित आतंकवादी समूहों के खिलाफ इजरायल के डिफेंस के अधिकार का पूरी तरह से समर्थन करता है।
बाइडन ने कहा कि हमने इजरायल के साथ 8.7 बिलियन डॉलर का रक्षा समझौता किया है। हम लगातार इजरायल को मदद करते रहेंगे। हम चाहते है कि क्षेत्र में शांति हो लेकिन इजरायल के खिलाफ लगातार होने वाली आतंकी घटनाओं से इस क्षेत्र की शांति के लिए किए गए सभी प्रयास बेकार साबित होते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य राजनयिक माध्यमों से गाजा और लेबनान दोनों में चल रहे संघर्षों को कम करना है। गाजा में, हम युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा समर्थित एक समझौते पर काम कर रहे हैं। लेबनान में, हम एक समझौते पर बातचीत कर रहे हैं जो लोगों को इज़राइल और दक्षिणी लेबनान में उनके घरों में सुरक्षित लौटाएगा।
हमास के खात्मे के लिए गाजा में युद्ध कर रहे इजरायल पर लेबनान से हिजबुल्लाह द्वारा लगातार मिसाइलों का प्रयोग किया जा रहा था। पिछले हफ्ते इजरायल की तरफ से लेबनानी लोगों के लिए एक संदेश जारी करके कहा गया कि आपके घरों से हिजबुल्लाह हमारे ऊपर हमले कर रहा है, हमारी आपसे कोई दुश्मनी नहीं है लेकिन हमें हिजबुल्लाह के लॉन्च पैड्स को तबाह करना है। इसलिए सभी आम नागरिक सुरक्षित स्थानों की तरफ चले जाए। इजरायल ने इस चेतावनी के बाद लगातार दो दिन तक लेबनान में बमबारी की इन हमलों में करीब 500 लोग मारे गए। लेबनान में कम्यूनिकेशन डिवाइसेस में हुए धमाकों में भी करीब 37 लोग मारे गए इसका आरोप भी इजरायल पर लगाया गया।
बेरूत में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर हमला करने से पहले अमेरिका पहुंचे नेतन्याहू ने यूएन महासभा में ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि था हमारे देश पर अगर किसी ने हमला किया तो उसका पलटवार ऐसा होगा कि वर्षों याद रखा जाएगा। उन्होंने हिजबुल्लाह के खिलाफ हमले का आरोप लगाते हुए कहा था कि उसने इजरायल के एक इलाके को घोस्ट टाउन में बदल दिया है। वह लगातार हमारे ऊपर रॉकेट और मिसाइलों से हमला करता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अपने इसी संबोधन के बाद होटल पहुंचे नेतन्याहू ने नसरल्लाह पर हमले को अपनी मंजूरी दे दी।